#OpenPoetry तुझे हर रोज देखता हूं नए तरीके से.. तुझे हर रोज देखता हूं नए तरीके से.. तू हर रोज नई कैसे दिख जाती है।। तुझे हर रोज लिखता हूं नए तरीके से.. तुझे हर रोज लिखता हूं नए तरीके से.. तू हर रोज नई कैसे लिख जाती है।। #हररोज