अपनी कामयाबी की मैंने सजाई थी एक महफिल जिसमें कई लोग आए थे. अपने दिल में ना जाने क्या क्या छुपा कर लाए थे. कुछ अपने थे कुछ पराए किसी ने कमी निकाली तो किसी ने सराहना दी बस अपने अपने रुतबे का सुरूर लेकर आए थे मुस्कुरा कर मिल रहे थे बड़ी कदर नवाजी थी बातों में लेकिन मेरी छोटी सी कामयाबी भी खटक रही थी आंखों में कुछ लोग हंसकर तो आए थे लेकिन दिल में कड़वाहट भी लाए थे तोहफे के साथ-साथ कुछ अजीब ताने भी लाए थे कोई खुश था कोई ना खुश था हम देख रहे थे मंजर सारे आपस में हो रहे थे सब के टेढ़े मेढ़े इशारे ना मेरी तरक्की इतनी खास थी ना कामयाबी खास थी फिर भी क्यों नजरों में चिंगारी लेकर आए थे बड़े ताज्जुब की बात थी जो मुझे हौसला नवाजी दे रहे थे वही नजरों में रश्क लेकर आए थे..!! ©Meri kalam se dil ko chhu lene wale shabd jo mere apne hai ye ek aisa zindagi ka anubhav hai sacha bhi hai kadwa bhi ..!! #nojtohindi #Shayar #Dil #merikalamse #Poetry #Hindi #zindagikerang