मोहोब्बत कर के मैं मोहोबत कर रहा हूँ ज़िन्दगी जीने में पल पल मर रहा हूँ बहुत सवाल करते है लोग हमसे, कि बिन देखे कैसे हो गई मोहब्बत तुमसे, अफ़सोस तो तब हुआ हमें, जब पूछ बैठे ये ही सवाल तुम हमसे, जवाब तो देना ही पड़ेगा आख़िर पूछा जो है तुमने, तो सुनो मेरी जान... दूरियों की तड़प से हुई है मोहब्बत तुमसे, मिलने की आस से हुई है मोहब्बत तुमसे,