मेरे वतन की मिट्टी मेरे रोम रोम में बस्ती है, ना जानें कितनों से सिचा है इसकों अपनें लहू से इतनी नहीं ये सस्ती है ।। - विनीत तोमर #Hope #mere_watan #love_Shayari #nojototalk