संसार का सबसे ज्यादा अमूल्य एवम बेशकीमती धन , अनुभव होता है । क्योंकि ,इंसान अनुभव को पैसों से नहीं खरीद सकता । अनुभव ,इंसान को अपनी अमूल्य उम्र खर्च करने के बाद ही मिलता है एक सुविख्यात कवि ने बड़ी ही सुंदर और गागर में सागर भरने वाली प्रभावपूर्ण बात कही है की "जहां पर इंसान भी ना पहुंच सके ,वहां भी पहुंच जाता है रवि ।जहां रवि भी नहीं पहुंच सकता वहां पर पहुंच जाता है कवि।लेकिन जहां कवि भी ना पहुंच सके वहां पहुंचे केवल एक अनुभवी " अर्थ -रवि यानी सूर्य। जिस स्थान पर मानव भी नहीं पहुंच सकता वहां पर सूरज की रोशनी पहुंच जाती है ।जहां पर सूरज की रोशनी भी नहीं पहुंचती वहां एक कवि की कल्पना पहुंच जाती है लेकिन जहां पर कवि की कल्पना भी ना पहुंच सके वहां पर केवल एक अनुभवी मानव अपने अनुभव के कारण पहुंच जाता है ।यानी अनुभवी ज्ञान सबसे बड़ा और अमूल्य होता है ©"pradyuman awasthi" #लाख रुपए की बात