मैं तराशता रहा खुद को हर बार हर हिसाब से,
और जीत गई वो बाजी जो लगी थी अपने ही हिसाब से।।
कई मर्तबा हुआ, दुखा,दिल, रोया भी बहुत,
पर जंग जीत गया मैं लड़ाई जो खिलाफ थी मेरे जमीर के लिहाज से।।
वो तोड़कर भी सब अरमान अपने मैं लिपटा रहा उनकी रहनुमाई मे,
और इक वो थे कि गिला रखते रहे कि मैं बदला ही न वैसे रख उनके नकाब से।। #ज़िन्दगी#findyourself