मोहब्बत की कलम का कलाकार__ निकला मेरा यार. कोरा कागज था दिल मेरा उसपे तस्वीर दिया उकार। खाली था तो उम्मीदें थी बहुत से रंगो की। एक ही स्याही डाल के कर दिया बेकार। कोरा कागज था दिल मेरा उसपे तस्वीर दिया उकार। इश्क का रंग अगर पेंसिल से भरा जाता तो मिटा लेता। ये लाल रंग का कभी जाता नही निखार। कोई और रंग अब चढ़ नही सकता। सारा जहां मेरा हुआ तार तार। कोरा कागज था दिल मेरा उसपे तस्वीर दिया उकार। मोहब्बत की कलम कलाकार निकल गया मेरा यार। ©Kamu cute shayar Kora Kagaz