ज़मीन पर बिछा के चादर मैली रातों में जाग जाग कर रफ़ू हर ख़्वाब किये थे, जीतने की खुशबू तो एक दिन आनी थी बदन से मेरे जिस्म से कपड़े भी तो अलग मैंने पसीने के बाद किये थे ।। #mehnat #rahi #success