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ऐ खुदा मेरी मौत आए, तो कुछ ऐसी घड़ी हो, जिस्म से ज

ऐ खुदा मेरी मौत आए, तो कुछ ऐसी घड़ी हो,
जिस्म से जुदा हो रूह जब वो रुबरू खड़ी हो।
और ख्वाइशें पूरी न कर, तो भी कोई ग़म नहीं,
 मौत उसके सामने हो ये भी तो कम नहीं ।

©Aarzoo smriti
  #aye khuda meri maut aaye

#Aye khuda meri maut aaye

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