White डायरी और दिल हाड़-मांस के दिल को क्यों छुपा कर रखा था अब तक तुमने इन डायरी के पन्नों के बीच क्या ऐसी नौबत आन पड़ी है आज जो दिल को निकाल कर रख रहे हो हथेली पर ©DR. LAVKESH GANDHI # दिल और डायरी # # क्यों रो रहा है रे पगला तेरा दिल #