#lifeTravel *लहजा_ए_हुरमत से*शिरीन रिश्ते संभल जाते है*लफ्ज_ए बेहुरमत से अपने भी बदल जाते है//१
आदरभाव के संबोधन *मधु*अनादर के बोल
बमुश्किल गुजरता है*हिज्रे वक्त,कि अपनो के लगाव से,ये वक्त पल में संभल जाते है//२
*जुदाई,विरहका समय
*बदगुमानी में हम क्या,क्या नहीं करते,कि तोड़ के दिल,अपनो का,आगे निकल जाते है//३
*शक*बुरी सोच #nojotohindi#nojotoapp#parinde#nojototeam#shamawritesBebaak