बढ़ाओगी जो फ़ासले टूट जाएंगे मेरे हौसलें दिल्लगी का खेल हैं लेना दिल से फैसलें #फ़ासला#हिंदी हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं तोड़ा करते-गुलज़ार जी