चल चल अब तु कुछ नया कर लड़की हैं तु ,ये अब कहने से न डर आंधी या तुफान हो ,रास्तो में गर उम्मीदो के हुसलों से ,इन्हें दूर कर वक्त हैं कुछ नया कर ......... लड़की हुँ मैं,ये समझ अहसान न कर हमारी शक्ती की तु बात न कर राज करू एस दुनिया पर ,चाह लु गर लक्ष्मी ,दूर्गा ,काली का रुप हममे एे संसार ,तु य़े भुला मतकर बढ़ा जो दुस्टो का राज दुनिया पर होगी टोली दुस्टो की विनाश कगार पर लिया जो रुप हमने ,देवियो का गर चल चल तु फिर ये कर वक्त हैं फिर नारी शक्ती प्रदर्शन कर ....... नर से बढ़ता ये वंशज दर एे दुनिया ,इतनी बड़ी भूल न कर हमारी ही काया से निकल कर हमपे अपनी रुप का खौफ न कर बढती दुनिया की हु जननिकर जानवारों से हमपें सुलूप मत कर चल चल अब दुनिया ये अहसां कर नारी शक्ती का सम्मान कर ..... पुरूष कर जाये विजय अगर ह्ल्का हल्का मुस्कुराये ,सब मन्द होकर कर जाये नारी फतेह किसी पर प्रशनशां की गुंगुनहट में , मग्न हो जाये दुनिया भर चल चल नारी तु उनसे प्रेरणा लेकर इन्दिरा ,कल्पना काम कर गए , जो अपने समय पर है............. श्वेता राज nari skti..... #women's power by shweta raj