जीने की दे वजह बेवजह न तू हमको सता सुन हमारी खामोशियां थोड़ा सा तू ले समझ थोड़ा हमको भी समझा गुनगुना गीत कोई जरा हमको बजाने दे साज नया चाहत को हमारी पहचान हमारी खुशियों से ना बन अंजान मुस्कराने दे हमें बेफिक्र तू भी अब तो मुस्करा - रचना शर्मा "राही" सुप्रभात। ज़िन्दगी मुस्कुरा, यूँ न ख़ुद को सता... #ज़िन्दगीमुस्कुरा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi