ये कटाक्ष सारे समाज़ की आंखे खोले, यही है उम्मीद । बच्चे इतने ख़ुद गर्ज क्यूं हो रहे क्यूं आज वृद्धाश्रम की चल पड़ी है रीत ।। संस्कारों का अकाल है इसका कारण मूल । कल सबको होना है बूढ़ा, ऐ गृहस्थ, तू किसमें है मशगूल ।। #yqdidi #yqbaba #anath #YourQuoteAndMine Collaborating with Harsh Jain