लहरों के दिलकश नजारे, सुसक सुसक क्यों कहते हैं, तेरे शहर में जाने वाले, हर रास्ते, हर मोड़ पर, क्यों दरिया बहते हैं, अर्स बाद तेरा ख्याल आया, तेरे यादों में हम जल जल कर, क्यों क्यों हम रहते हैं ©Awani Raj i am from bihar # जहन में मेरा जहर भरा है, इसलिए खामोश बैठे रहते हैं, खुद खैर हो चुके हैं, अब हम, चांदनी रात, तनहाई में बैठे रहते हैं, चांद दिखे हरजाई भी, चांद में तेरा परछाई भी, हर दफा खुद से कहते हैं, Teri yaadon mein khoye khoye rehte Hain।।