हर कष्ट में, तुम याद आते, हम सबकी, डूबती नैया, पार लगाते, तुम्हारे दिए, हर एक उपदेश, हमे जीवन जीना सिखाते, हे प्रभु,तुम ही हो, हमारे पालनहार, हमारे अंधकार मय अज्ञान को, अपने रोशनी रूपी ज्ञान से, दूर कराते, घिर जाते अगर, निराशा से अगर हम, तुम आशा रूपी दीपक, मन मे जगाते, हे प्रभु न जाना हमसे दूर तुम, रहना सदा हृदय में तुम....✍️