कमजोर ना समझो उन्हें जो आवाजें खामोश रहती है, चुपचाप सी हवा भी एक तूफान लिए रहती है | बर्दाश्त करना फितरत है शरीफों की, पर हर चिंगारी एक आग लिए रहती है| किसी की कामयाबी पर दिल ना छोटा किया करो, हर जिंदगी का एक सफर है, हर जिंदगी एक कहानी लिए रहती हैं | हर शय का वजूद है कोई बेमतलब बेकार नहीं, पुराने खाली लिफाफे में भी, गुजरे पैगाम की एक कसक रहती है| बेजुबा भी एहसास रखते हैं ज्यादा ना इन्हें दबोचो, म्यान में बंद तलवार भी एक धार लिए रहती है || ©Archna कमजोर ना उन्हें समझो