ख़्वाब सारे ढल गए, शाम पूरी उतर गई, और जवाब सारे सवाल बन मुकर गए, दोहरी रही भुमिका, या कहानी अधूरी रही, और किरदार यूं ही छोड़ अपना असर गए, कुछ रंगत रही आंखों में, कुछ हैरत रही, और कुछ बेवजह ही दिल से उतर गए, लफ्ज़ों की वहशी, ठहाकों में ख़ामोश रही, और ज़ख्म पुराने लो फिर से उभर गए, संभाला है खुद को यूं की थोड़ी बेहोश रही, और कुछ अपनी मनमानी में ही बिखर गए, जो लिखा था वो कोई खूबसूरत गज़ल थी रही और लोग आहिस्ता आहिस्ता मिसरा कुतर गए । #life #yqbaba #yqdidi #yqdada #yqhindi #yourquote 🎈 #Inspiration: Sunandini S.