शजर हूँ मैं उस शजरा का जो मुक़द्दस है मेरे लिए बेटा हूँ मैं उस वतन का जो जन्नत है मेरे लिए शजर- वृक्ष मुक़द्दस- पवित्र बशर- आदमी _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "शजरा" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,,