वक़्त बीत रहा , मै भी बीत जाऊंगा छुपा के रखे सिक्को सा अब खर्च हो जाऊंगा नैनो का सावन भी बीत गया पर वो बारिशें कौन लाएगा कोयल की कूक कौन सुनाएगा छाता पकड़े कौन घर तक छोड़ कर आएगा गलियों में चक्कर कौन लगाएगा नुक्कड़ पर चाय कौन पिलाएगा गरमा-गर्म भुटटे कौन खिलाएगा बालकनी मे गिटार बजा कौन गीत गाएगा कौन मेरे फ़ोन पर कॉल किये जाएगा बात बात पर कौन बच्चे सा रुठ जाएगा कौन "पंछी "की उड़ान को सराहेगा अब तो अगले बरस के सावन से आस है फिर से बारिश हो ,दोस्ती की ग़ज़ले सजे आपकी यादोँ के मेले सजे । #yqbaba#yqdidi#story#saavan#dostipyar