एक गिरते हुए पत्ते की दास्तान क्या वो कभी हरा भरा न था क्या अपनी तरुणाई में उपयोगी न था या कभी हवा के संग इठलाता न था आज गिर रहा है तो चाहते हो चंद लफ़्ज़ों में मर्सिया पढ़ दूँ तुम चाहते हो कि सियापा मुके खैर ऐसा सोचने वाले तुम अकेले नही हो नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । #rz_चंद #yqrestzone #yqdidi #yqrz #collabwithrestzone #restzone #YourQuoteAndMine Collaborating with Rest Zone