मेरे दुखों का अनुवाद ना हो सका क्यूँ कि मेरी ख़ामोशी को कोई पढ़ ना सका लब मेरे रहे ख़ामोश उनके सामने वे कुछ बोल ना सके आँखों से होते बयां मेरे दर्द को वे पहचान ना सके #अनुवाद #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi