आलम देखो खिला खिलासा है, पलको में कैद कर लूँ इसे, हर मोड जरा मुश्किल सा है, चल झूमकर जिले इसे, गरदन अकड भी जाए गर, तो रोषभर सलाहे इसे, गैर पे ना झुके ये सर, खुदगर्ज ही केहेलाए इसे बडे़ दिनो बाद..... अबकी बार वक्त की तौहीन ना करते हूए😇 #हिंदीशब्द #लेखन #सामना #खुदका #खुदसे #nojotowrites #writersnetwork #writerscommunity #writersofindia