हम 'नेता' हैं, 'अवतारी' हैं।सारी दुनियाँ पर भारी हैं। हम नेता हैं अवतारी हैं…....... हम रोज नए निर्माण करें, लक्ष्मी माता का ध्यान धरें। आपस की फूट कलह द्वारा हम तुरत लक्ष्य संधान करें। ये जनता सारी बन्दर है,और हम "नायाब मदारी" हैं।। हम नेता हैं अवतारी हैं........ सब याचक हैं हम दाता हैं, हम भारत भाग्य विधाता हैं। भाईचारे के वाहक हम,सब 'भ्रष्ट' हमारे 'भ्राता' हैं। हम पाँच साल राजा हैं,फिर दर दर "वोट भिखारी"हैं।। हम नेता हैं अवतारी हैं….... हम नायक हैं खलनायक हैं जन गण मन के अधिनायक हैं। मुस्कान के धोखे में रहती "सज्जनता" के परिचायक हैं। हम वामपंथ के रावण हैं और राम के अटलबिहारी हैं।। हम नेता हैं अवतारी हैं.…..... पंसिंगुम द्राउतबंग गंग हम एक नहीं रहने देंगे। इस देश के लोगों को हम सब अब नेक नहीं रहने देंगे। हम लोकतंत्र के तथाकथित प्रहरी सीधे गुंडे सरकारी हैं।। हम नेता हैं अवतारी हैं...…......... सन्तोष पाठक "सनकी" विशेष पंसिंगुम-पंजाब, सिंध, गुजरात, मराठा द्राउत -द्राविड़, उत्कल ©Santosh Pathak #NationalPressDay