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मैंने थोड़ा विस्मित होकर कहा- हे ईश्वर तुम तो बिल

मैंने थोड़ा विस्मित होकर कहा- 
हे ईश्वर तुम तो बिल्कुल नहीं बदले, 
ईश्वर हंसा फिर चुप हो गया।
मैंने थोड़ा आशंकित हो कर पूछा- 
हे ईश्वर तुम किसके हो, 
ईश्वर फिर हंसा पर कोई उत्तर न आया, 
मैंने साहस कर अंतिम प्रश्न किया- 
हे ईश्वर क्या तुम किसी के भी नहीं, 
ईश्वर बहुत-बहुत-बहुत हंसा, पर कुछ न बोला।

तेजिंदर लूथरा

©Anant Nag Chandan एक नया ईश्वर- आज मैं एक नए ईश्वर से मिला, मेरा दोस्त मुझे अपने मंदिर ले आया था, मैंने नए ईश्वर से बात की, उसकी बातें चाल-ढाल सब वैसा ही था, मैंने थोड़ा विस्मित होकर कहा- हे ईश्वर तुम तो बिल्कुल नहीं बदले, ईश्वर हंसा फिर चुप हो गया.
मैंने थोड़ा आशंकित हो कर पूछा- हे ईश्वर तुम किसके हो, मेरे या मेरे दोस्त के, ईश्वर फिर हंसा पर कोई उत्तर न आया, मैंने साहस कर अंतिम प्रश्न किया- हे ईश्वर क्या तुम किसी के भी नहीं, ईश्वर बहुत-बहुत-बहुत हंसा, पर कुछ न बोला. 
तेजिंदर लूथरा
मैंने थोड़ा विस्मित होकर कहा- 
हे ईश्वर तुम तो बिल्कुल नहीं बदले, 
ईश्वर हंसा फिर चुप हो गया।
मैंने थोड़ा आशंकित हो कर पूछा- 
हे ईश्वर तुम किसके हो, 
ईश्वर फिर हंसा पर कोई उत्तर न आया, 
मैंने साहस कर अंतिम प्रश्न किया- 
हे ईश्वर क्या तुम किसी के भी नहीं, 
ईश्वर बहुत-बहुत-बहुत हंसा, पर कुछ न बोला।

तेजिंदर लूथरा

©Anant Nag Chandan एक नया ईश्वर- आज मैं एक नए ईश्वर से मिला, मेरा दोस्त मुझे अपने मंदिर ले आया था, मैंने नए ईश्वर से बात की, उसकी बातें चाल-ढाल सब वैसा ही था, मैंने थोड़ा विस्मित होकर कहा- हे ईश्वर तुम तो बिल्कुल नहीं बदले, ईश्वर हंसा फिर चुप हो गया.
मैंने थोड़ा आशंकित हो कर पूछा- हे ईश्वर तुम किसके हो, मेरे या मेरे दोस्त के, ईश्वर फिर हंसा पर कोई उत्तर न आया, मैंने साहस कर अंतिम प्रश्न किया- हे ईश्वर क्या तुम किसी के भी नहीं, ईश्वर बहुत-बहुत-बहुत हंसा, पर कुछ न बोला. 
तेजिंदर लूथरा

एक नया ईश्वर- आज मैं एक नए ईश्वर से मिला, मेरा दोस्त मुझे अपने मंदिर ले आया था, मैंने नए ईश्वर से बात की, उसकी बातें चाल-ढाल सब वैसा ही था, मैंने थोड़ा विस्मित होकर कहा- हे ईश्वर तुम तो बिल्कुल नहीं बदले, ईश्वर हंसा फिर चुप हो गया. मैंने थोड़ा आशंकित हो कर पूछा- हे ईश्वर तुम किसके हो, मेरे या मेरे दोस्त के, ईश्वर फिर हंसा पर कोई उत्तर न आया, मैंने साहस कर अंतिम प्रश्न किया- हे ईश्वर क्या तुम किसी के भी नहीं, ईश्वर बहुत-बहुत-बहुत हंसा, पर कुछ न बोला.  तेजिंदर लूथरा #Shayari