अपना बोझ अपने सर पे उठाए अपने बीबी बच्चों को साथ लिए कुछ लोग पैदल ही चले जा रहें हैं। ना बीमारी का डर, ना ही कौफ अपने घर पहुंचने का आश लिए कुछ लोग झटपट चले जा रहें हैं। जो अब तक बना रहे थे शहर वह अपनी पेटों में आग लिए उसी शहर से चले जा रहें हैं। वाह रे विधाता तू ने कैसी कैसी बिधी बनाई अमीरों ने बोया जहर और गरीबों पे सामत आयी है। अब तो हम सब पर रहम कर दे हम सब पर अपना नजारे कराम कर दे आयी है जो आफत हम सब से दूर कर दे ।। -azad ताहिर #corona #luckdown #nojotohindi #nojotoenglish #poem