अभी सूरज नहीं डूबा, जरा-सी शाम होने दो एक खत प्रियतम के नाम-- अभी सूरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो चांद की प्रतीक्षा है सांझ की बेला में अनजाने सितारों के बीच बैचैन बादलों से घिरी कड़कती बिजली सी चमकती तुम्हें याद करती हूं आज 'पूनम' चांद की रात है कब आओगे प्रीतम मोरे प्रतीक्षारत-- तुम्हारी सिर्फ तुम्हारी! अभी सूरज नही डूबा;जरा सी शाम होने दो #सूरज#चाँद#प्रियतम#सांझ #nojotoapp#nojotohindi #nojotopoetryapp