जिसमें तू शामिल नहीं हर धड़कन, हर सोच में तेरा पहरा है तुझसे शाम तुझसे ही अब सवेरा है मैं मुझमें उतनी न रही जितना तेरा बसेरा है इंतज़ार है, ख्वाहिश है, दुआ है मेरी तू भी खोजे मुझे खुदमें, हो जाऊ मैं भी कामिल कहीं। ऐसा कोई पल नहीं #ऐसापलनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #hans11