हमने बोए थे जो फूल क्यों खास बन गए दुश्मन क्यों सब खास मेरे यार बन गए अब समझ गया दीवाना शहनाइयां सुनकर सनम हमारे गैर दिल का श्रंगार बन गए सजा देता है खुदा उसका गुना देखकर माफ करता नहीं बहुत झूठे गवाह देखकर अब गुनाहों से लोग करने लगे तोबा उसकी दी हुई मुजरिम को सजा देखकर जब दिया हकीम ने ढोल कड़वा बनाकर बुखार उतर गया उसकी दवा देखकर वक्त से पहले छोड़ दी रहा ए मोहब्बत जफाओं कि उसने आबो हवा देकर उसने तंग आकर छोड़ दी खुद ही जफाए छोड़ा ना दीवाने को करते वफा देख कर #NojotoQuote गजल खार