लाे आया फिर सावन का माैसम आया तीज -त्याेहार याद आया फिर वाे माँ का आँगन और बाबूल का प्यार इसके आगे और लिखूं क्यां याराें कलम गयी है हार शब्द थके है ,गला रूंधें है गालाें पर है बहती माेतियाें की धार सावन के आते ही पर्व -त्याेहार का सिलसिला प्रांरम्भ हाे जाता है,और उसके साथ हीं शुरू हाे जाता है,कई तरह के कायदे कानून।किस पर्व में क्या करना है कैसै करना है ,घर के बड़ाे से पूछने का सिलसिला भी शुरू हाेता है।वैसे वक्त में लगता है काश माँ हाेती...... माँ-बाबूल #सावन #तीज-त्याेहार#yqdidi #yqbaba #yqhindi#yqlove#yqtales