हवाएं बह रही ताज़ा _ कहां है ओ मेरे राजा। मौसम भी सुहाना है_ लौट के तू जल्दी आ जा।। नेह का सावन बरसेगा_ जिया अपना तो हर्षेगा। ऐसे प्यारे मौसम में_ सपने अपने सजा जा।। © Rajesh vyas kavi सावन की हवाएं_ बहने लगी_ मेरे मन में आस जगी #Nojoto #शायरी #सावन #हवाएं #साजन