आओ मिलकर एक, प्रण ले हम सब संग। ना बनेंगे रुकावट किसी की सफलता में हम। अगर कोई पूछे, मार्ग सफलता का, उसे सच्चा मार्ग, बतलाएंगे हम। मंज़िल एक हो, या अलग हमारी, पड़ी जरूरत तो, मदद करेंगे हम। आओ मिलकर एक, प्रण ले हम सब संग। ना बनेंगे रुकावट किसी की सफलता में हम। अगर कोई पूछे, मंजिल अपनी, उसकी मंजिल की, राह दिखाएंगे हम। मंज़िल एक हो, या अलग हमारी, उसे उसकी मंज़िल, तक पहुंचाएंगे हम। आओ मिलकर एक, प्रण ले हम सब संग। ना बनेंगे रुकावट किसी की सफलता में हम। ना बैठेंगे निराश, ना खोएंगे हौसला, खुद से या मदद से, मंज़िल पर पहुँचेंगे हम। मंज़िल एक हो, या अलग हमारी, एक दूसरे का साथ, हरपल निभायेंग हम। आओ मिलकर एक, प्रण ले हम सब संग। ना बनेंगे रुकावट किसी की सफलता में हम। ©Aakansha shukla #motivatational #mitivation हिंदी कविता