मां बाप बच्चों को चलना सिखाते है गुरु बच्चों को मंजिल दिलाते हैं गुरु वह है जो समाज में सम्मान दिलाता है गुरु ही है वह जो कीचड़ में कमल खिलाता है गुरु को देखकर बच्चा सर झुकाता है गुरु की देन है कोई बॉर्डर पे जाता है कोई जहाज बनाता है कोई जहाज चलाताहै कोई अग्नि बनाता है कोई प्रत्यूष चलाता है कोई विज्ञान बढ़ाता है कोई देश चलाता है गुरु वह है जिसके आगे राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री भी सर झुकाता है ✍️✍️ वैभव गर्ग #teachersday2020 गुरु जी को भेंट एक कविता