तेरे रूप को फिर से सवार नहीं सकती तेरे अक्स में खुद को निहार नहीं सकती तू दूर होकर भी हर पल पास है मेरे पर फिर भी तुझे माँ कहकर पुकार नहीं सकती|| गर दे दे खुदा एक और जन्म हर एक पल तेरी भक्ति करुँगी.... तेरी राह में आने वाला हर एक काँटा अपनी खुशियाँ देकर खरीद लूंगी.... अपने चेहरे पर आई मायूसीयों को हर पल दिल में दबाए रखती हूँ माँ तेरी इस सूरत और सीरत को अपनी आँखों में छुपाए रखती हूँ Miss you mom...