तू इधर उधर की न बात कर,दिल की बाते बोल! किसे देख उड़ा तेरे चेहरे का रंग,उन बातों को भी बोल! क्या हुआ जो बोलते-बोलते चुप हो गए तेरे लब,उन बातों को भी बोल!! क्या हुआ जो चलते-चलते ठिठक गए तेरे कदम, उन बातों को भी बोल! क्या हुआ सखियो से बाते,आंखे जो तेरी भर आईं उन बातों को भी बोल! तू इधर उधर की न बात कर,दिल की बाते बोल!! शुभ रात्रि