होंठ और तिल उससे मिलूगॉ तो दूर से हाथ हिलाऊगा मैं. गले नहीं लगाऊगा वदन से बहुत देर तक खुशबू आती हैं! उससे गले लग कर गुलाबी और गुलाबी हुआ जाता हूँ. अब हाल ये है मुझसे शर्ट नहीं धोई जाती हैं! मैं आज भी तिलमिला जाता हूँ वो आज भी सहर जाती हैं एक बार क्या चूमा मेरे होठो से आज तक खुशबू आती हैं! #Romanseth अनकहीं