आती हैं हृदय में बाढ़ जज़्बातो की, जब आती हैं याद तुमसे मुलाक़ातों की, निराशा के धागे बुन खामोश हो जाती हूँ, जब सुनती हूँ दूसरों से बात तुम्हारी बातों की ।। Shreya Upadhayaya 🎭 No one untouched with this feeling Am I right .