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झूठ तेरे कभी कहाँ बुरे लगे थे मुझे, झूठ तेरे झूठ थ

झूठ तेरे कभी कहाँ बुरे लगे थे मुझे,
झूठ तेरे झूठ थे ये पता कहाँ था मुझे।
चाशनी से मीठे थे तेरे झूठ तो,
कड़वा तो तेरा सच लगा है मुझे।

©The Poetic Megha Jhuth #Shayari #Hindi #Liar #MyownWords #hindipoetry #ThePoeticMegha
झूठ तेरे कभी कहाँ बुरे लगे थे मुझे,
झूठ तेरे झूठ थे ये पता कहाँ था मुझे।
चाशनी से मीठे थे तेरे झूठ तो,
कड़वा तो तेरा सच लगा है मुझे।

©The Poetic Megha Jhuth #Shayari #Hindi #Liar #MyownWords #hindipoetry #ThePoeticMegha

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