मेरे प्यारे दोस्त मित्र तो वो है जो मित्र के खातिर खाकर तंदुल सब दान में दे दे. मित्र तो वो है जो मित्र के खातिर अपना सब सम्मान भी दे दे. मित्र तो वो है जो मित्र के खातिर अपना उतार परिधान भी दे दे. मित्र तो वो है जो मित्र की खातिर बनकर कर्ण और प्राण भी दे दे. ©Shivesh Raja #mydearfriend