मैं गूजर जाउँ कोई वक़्त तो नहीं.. मूझे मेरे हाल पर छोड़दो मैं यही ठीक हूँ कभी मिले हम तो बात ना सही पर मुस्कुरा तो देना... अपना कुछ खास ना सही मगर इक इंसान तो मान लेना... माना हो गये जूदा तो क्या हमें इक अहसास ही मान लेना..... ©Kavi कहीं मिले हम आपको....