कि तू समझ ले गुड़िया नहीं हूं मैं जो तेरी हुक्म-ए-तामील कर जिंदगी गुजार दूं मैं वो मोजस्समासाज हूं जो जिंदगी तराश दूं आग जलती है इस दिल में भी इज्ज़त नफ्स की आंख डाली गर यहां शायद तेरी दुनिया उजाड़ दूं...।। मोजस्समा साज़= Statue Maker इज्ज़त नफ्स = Self respect वो फ़ैसला ज़रूरी था... #ज़रूरीथा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi