जिंदगी का साथ हम निभाते हैं... जख़्म इतना गहरा हैं इज़हार क्या करें। हम ख़ुद निशां बन गये ओरो का क्या करें। मर गए हम मगर खुली रही आँखे हमारी, क्योंकि हमारी आँखों को उनका इंतजार हैं। सुप्रभात। ज़िन्दगी के साथ बहते जाते हैं ज़िन्दगी का साथ हम निभाते हैं... #ज़िन्दगीकेसाथ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqhindi #shayari #likeifyoulove #fourthquote