आफताब न सही- ये शाम , चाँद को तो लाती है। मेरे नूर से- न सही , खुद के- नूर से तो मिलाती है। " विकास शर्मा " #nojotoशेर #nojotoशायरी #nojotoग़ज़ल #नोजोतोpoetry #nojotoग्वालियर.....