प्रगतिशाली सोच पर एक कदम आगे बढ़ते हुऐ हम लड़कियां दहेज़ दे अब दुल्हा विदा कर घर लायेंगे.. चूल्हा चौका बर्तन करवा खेत में हल भी चलवायेंगे फिर बड़े प्रेम से पुचकार उसके संग बाजार घूमने जायेंगे... फिर मुस्कुराहट की उम्मीद उसके चेहरे पर लिए शाम की चाय के मेज़ पर हँसी ठिठौली कर मौज मनायेंगे... रात बिस्तर पर प्रेमपूर्वक रतिक्रीड़ा में उसके संग मगन हो जायेंगे हम लड़कियां बदलते समाज में दूल्हे को बिदा करा घर लांयेगे... Collaborating with Blue Whirls