गगन चुमती इमारतें और धुऐं से भरा शहर चाॅदनी बिखेरती छत कहाँ तुम तक कैसे आऊॅ अपनी सरहद तोड़ न पाऊँ, तुम तक कैसे आऊँ... #तुमतक #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi