बचपन और बारिश वो बचपन ही था जो बारिश की बूंदों में भीगा समन्दर था वो कश्ती ही थी जो कागज की होकर भी लहरों से लड़कर मंजिल पर पहुंची थी वो यारी ही थी जब जेब खाली थी लेकिन प्यारी,सच्ची दोस्ती थी #BachpanAurBarish #nojoto #yaari