आराधना कर, साधना कर नौ रूपों की, उपासना कर सृष्टिरचना है जिनमें समाई शक्ति रूपों की, वंदना कर शाक्त बन, परम ब्रह्म जान जगत जननी की जय ठान आदिशक्ति ही प्रकृति मान अव्यक्त रूप की करो गान आराधना कर, साधना कर नौ रूपों की, उपासना कर। शक्ति सार ही व्यवस्था है।। अटूट साधना के पर्व ‘‘शारदीय नवरात्रि’’ के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं! #शारदीयनवरात्रि #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #musings #miscellaneous