मैं तब तक लिखता रहता हूँ जब तक तुम्हारी याद से फ़ारिग़ न हो जाऊं। मैं थक जाता हूं लिखते लिखते। ज़हन टूट जाता है सोचते सोचते ऐसे में तुम चली जाती हो। मैं ख़ाली हो चुके सीने में एक गहरी सांस लेता हूं। ये हक़ीक़ी दुनिया में फिर लौटने की शुरुवात होती है.✍️ #NojotoQuote saukeen #love #dhoka