बैठे हैं राहों में थाम कर वक़्त अपना.. ऐ साँसों! तुम भी ज़रा आहिस्ता चलना... हवाओं में घुल रही हो कुछ भीनी खुशबु जैसे.. ऐ रात! ज़रा तुम भी कुछ आहिस्ता ढलना.. सर्द मौसम-ए-फ़िजा है आँखों में है नमी-सी.. ऐ मौसम! तुम भी ज़रा आहिस्ता बदलना..। ©Sonam Verma #waiting #JourneyOfLife#happysoul